समय की रेखा – The line of time
मैंने कहा – साल क्या, बस एक सीमारेखा ही तो है, चलते चलते लांघ जायेंगे… मन ने कहा – बात तो ठीक है, बस लांघते लांघते याद कर लेना – वह पल जब पिछली सीमा पार की थी, वह दौर जो गुज़रे हैं तब और अब के बीच, वह ख्व़ाब जो हकीकत बने, और वो…
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